WFI अध्यक्ष बृजभूषण ने कहा- इस्तीफे का सवाल नहीं उठता: बोले- मुंह खोल दूं तो सुनामी आ जाएगी, पहलवानों ने ओलिंपिक संघ से यौन शोषण की शिकायत की
यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं मुंह खोल दूंगा तो सुनामी आ जाएगी। मेरे समर्थन में भी कई खिलाड़ी हैं। मैं शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।’
3 दिन से बृजभूषण शरण के इस्तीफे की मांग कर रहे महिला और पुरुष पहलवानों ने भारतीय ओलिंपिक संघ में यौन शोषण की शिकायत की है। खेल मंत्रालय ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी इन पहलवानों से बातचीत की है। गुरुवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की पहलवानों के साथ 4 घंटे बैठक चली थी। अनुराग ठाकुर अभी बृजभूषण के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने में हरियाणा की खाप पंचायतें भी पहुंच सकती हैं। गुरुवार को फोगाट खाप के बुलावे पर सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत हुई। इसमें तय किया गया कि अगर पहलवानों की मांगे न मानी गईं तो दो दिन में खाप पंचायतें धरने में शामिल होंगी।
फेडरेशन को 72 घंटे का अल्टीमेटम
इससे पहले गुरुवार को खेल मंत्रालय ने पीड़ित खिलाड़ियों को बुलाकर करीब एक घंटे तक बातचीत की थी। बातचीत से पहलवान संतुष्ट नहीं हुए। उनकी मांग पहले WFI अध्यक्ष को हटाने की थी, अब वे कुश्ती संघ को भंग कराना चाहते हैं।
उन्होंने कहा- मांग पूरी होने तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को नोटिस भेजकर जवाब के लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इसकी मियाद शनिवार रात यानी 21 जनवरी को खत्म होगी।
बृजभूषण सिंह ने कहा- मैं इस्तीफा नहीं दूंगा
WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- ‘मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मेरे खिलाफ कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के इशारे पर राजनीति हो रही है। जो आरोप लगा रहे हैं, उनका करियर खत्म हो गया है। ज्यादातर पहलवान एक ही कम्युनिटी से हैं। पार्टी का जो आदेश मिलेगा, उसी को मानूंगा।’
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गोंडा में बृजभूषण के घर की सुरक्षा बढ़ी, मीडिया का जमावड़ा
बृजभूषण सिंह देर रात दिल्ली से UP के गोंडा पहुंचे। घर के बाहर बड़ी संख्या में मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है। वहीं समर्थकों की भी भीड़ है। जहां ‘बृजभूषण तुम संघर्ष करो’ जैसे नारे लग रहे हैं। उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
विनेश फोगाट: हम अध्यक्ष का इस्तीफा भी चाहते हैं और अध्यक्ष को जेल भी भिजवाएंगे। हमारे साथ बहुत गलत हुआ है। हम बिना सबूत यहां नहीं बैठे हैं। अध्यक्ष दो मिनट मेरे सामने आंखों में आंखें में डाल कर बोल दें कि गलत नहीं किया है। हमारी लड़ाई लड़कियों को शोषण से बचाना है।
बजरंग पूनिया: हमारे साथ हिंदुस्तान के सारे रेसलर हैं। अध्यक्ष ने कहा था सबूत दो तो फांसी पर लटक जाऊंगा। पहले हमारे साथ दो लड़कियां थीं, अब हमारे साथ विद प्रूफ 6-7 लड़कियां हैं, जिनका अध्यक्ष ने शोषण किया है। हम पीछे नहीं हटेंगे। हम सिर्फ इस्तीफे से संतुष्ट नहीं होंगे। हम फेडरेशन को भंग कराना चाहते हैं।
साक्षी मलिक: बैठक में हमें सिर्फ आश्वासन दिया गया है। हम आश्वासन से संतुष्ट नहीं है। हमें हमें ठोस कार्रवाई चाहिए।