उद्योगपति सीएसआर के तहत करें बेहतर प्लेटफॉर्म तैयार : डीसी विक्रम सिंह
– डीसी विक्रम सिंह ने की सीएसआर मीट की अध्यक्षता
फरीदाबाद। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में फरीदाबाद में उद्योगपति सीएसआर के तहत बेहतर प्लेटफॉर्म तैयार करें। उन्होंने कहा कि कोविड काल में फरीदाबाद में उद्योगपतियों, समाज सेवी संस्थाओं और एनजीओ ने मिलकर जो जरूरतमंद लोगों की मदद करके विश्व भर में मिसाल कायम की थी। उस दौरान गरीबों के लिए किया गया सहयोग सदा स्मरणीय रहेगा।
डीसी विक्रम सिंह ने प्रशासन और एम 3 एम फाउंडेशन के साथ फरीदाबाद में एक लाइब्रेरी और एक यूथ ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए एमओयू भी साइन किया गया। डीसी विक्रम सिंह आज मंगलवार को स्थानीय मानव रचना विश्वविद्यालय में सीएसआर मीट की अध्यक्षता कर रहे थे।
डीसी विक्रम ने कहा कि फरीदाबाद सहित पूरे प्रदेश में भविष्य की विकास परियोजनाओं में सीएसआर के माध्यम से औद्योगिक संस्थानों की सहभागिता बढ़ाने के लिए विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधित्व जरूरी है। हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट सरकार के साथ मिलकर काम राज्य सीएसआर ट्रस्ट के ज्वाइंट करने से कंपनियों को यह लाभ होगा कि उन्हें विकास कार्यों का भागीदार बनाया जा रहा है। फरीदाबाद के उद्योगपतियों ने हमेशा सरकार का कन्धे से कन्धा मिलाकर कार्य किया है। कंपनियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकास कार्यों की हर स्टेज पर प्रगति जुड़े वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य के बारे में सूचित किया जाएगा सचिव व हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट कंपनियां इन्फास्ट्रक्चर सुधार जन सुविधाओं को बेहतर क्रियान्वयन करने के लिए औद्योगिक संस्थानों भागीदार बनाने की दिशा में भी अपना सहयोग से मिले सहयोग की सराहना करने दे सकती है। इसके अलावा कुछ कॉर्पोरेट कंपनियों के साथ मिलकर यह भी किया जा सकता है कि प्रोजेक्ट सीएसआर का कुछ हिस्सा बनाने में कंपनी सहयोग के तहत अपना सहयोग सरकार को दे और बाकी हिस्से को सरकार पूरा करने के प्रयासों में इजाफा किया जाए।
एचएसवीपी प्रशासक एवं एफएमडीए की एसीईओ डॉक्टर गरिमा ने अपने संबोधन में कहा कि कंपनियों को अपना सीएसआर का पैसा सही ढंग से खर्च करने में सहयोग देने के लिए हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट बनाया गया है। उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि आपके सीएसआर फंड के पैसे की पाई-पाई का सदुपयोग होगा और कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।
सीएसआर मीट में आयोजन स्थल पर स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन व विभिन्न औद्योगिक संस्थानों द्वारा सीएसआर के तहत करवाए जा रहे विकास कार्यों की प्रेजेंटेशन देने का अवलोकन भी किया गया।
सीएसआर ट्रस्ट हरियाणा के वाइस चेयरमैन बौद्ध राज ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा भविष्य में आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाई गई है। जिसमें आप सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए आज इस सीएसआर मीट का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार का विकास व सामाजिक उत्थान को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण कोण है। लेकिन सरकार की अपनी कुछ सीमाएं होती हैं। ऐसे में कॉर्पोरेट कंपनियां इंफ्रास्ट्रक्कर में सुधार तथा जन सुविधाओं में विस्तार करने में भागीदारी सुनिश्चित करें।
एसीईओ सीएसआर के विकास गौरव सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाओं के लिए सीएसआर तहत उद्योगपतियों से सहयोग मांगा जा रहा है। जिला प्रशासन ने विभिन्न विकास कार्यों के लिए औधोगिक संस्थानों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं। वहीं उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में सीएसआर के तहत हरियाणा में 528 करोड़ रुपए खर्च किए गए। वर्ष 2018 से 2021 तक प्रदेश के गुरुग्राम, झज्जर और हिसार में सीएसआर से 385 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई। डेढ़ साल में प्रदेश में सीएसआर के तहत 45 परिपूर्ण की गई है और कोविड के समय प्रदेश के 17 जिलों में 57 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए।
सीएसआर मीट में उद्योगपतियों के सुझाव भी साँझे किए गए और उनके प्रश्नों के उत्तर बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
सीएसआर मीट का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया। सीएसआर मीट में डीसीपी नितीश अग्रवाल, मानव रचना विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रशांत भल्ला, एसीयूटी सोनू भट्ट, एम 3 एम फाउंडेशन की सीईओ एश्वर्य महाजन, एसीईओ गौरव सिंह, गुंजन गहलोत, मयंक, चित्रा सहित फरीदाबाद औद्योगिक नगरी की कई हस्तियों ने भाग लिया।