भारत में ही नहीं विदेशों में भी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है श्रीमद्भगवद्गीता : पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली

ग्लोबल हरियाणा न्यूज़ फरीदाबाद : श्रीमद्भगवद्गीता वर्तमान में धर्म से ज्यादा जीवन के प्रति अपने दार्शनिक दृष्टिकोण को लेकर भारत में ही नहीं विदेशों में भी लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रही है। उक्त वक्तव्य अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने सैक्टर-48 में चल रही भागवद गीता के दौरान कहे। पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने कथा वाचक पं. रोशनलाल वशिष्ठ एवं कथा आयोजक धर्म शर्मा को पटका पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि निष्काम कर्म का गीता का संदेश प्रबंधन गुरुओं को भी लुभा रहा है। गीता विश्व के सभी धर्मों की सबसे प्रसिद्ध पुस्तकों में शामिल है। गीता प्रेस गोरखपुर जैसी धार्मिक साहित्य की पुस्तकों को काफी कम मूल्य पर उपलब्ध कराने वाले प्रकाशन ने भी कई आकार में अर्थ और भाष्य के साथ श्रीमद्भगवद्गीता के प्रकाशन द्वारा इसे आम जनता तक पहुंचाने में काफी योगदान दिया है। पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने कहा कि भगवान को प्राप्त करने के लिए भाव ऐसा होना चाहिए, जो भक्ति में हो, वरना स्वार्थ की दुनिया है। चारों तरफ दुख ही दुख के अलावा कुछ भी नहीं नजर आता है। इसलिए इन दुखों से निवारण पाने के लिए भगवान की शरण में जाना अति आवश्यक है। इस अवसर पर कथा वाचक पं. रोशनलाल वशिष्ठ ने श्रीमद भागवदकथा की अमृत वर्षा करते हुए पूतना के वध का सुंदर वृतांत सुनाया, जिसे सुनकर भक्तगण भाव-विभोर हो उठे। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ऐसा मीठा फल है, जिसको चख लेने से भूख और बढ़ जाती है, जो कभी शांत नहीं होती है। जीवन में सुख ही सुख प्राप्त होता है। इस अवसर पर पं. किशोर शर्मा, भाजपा नेता सोनू शर्मा, पिस्ता देवी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।