प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत मिला युवाओं को प्रशिक्षित करने का देश में सबसे बड़ा लक्ष्य

विभिन्न सेक्टरों के लिए अलग अलग जॉब रोल में दिया जाएगा प्रशिक्षण, पंजीकरण के लिए 30 जून अंतिम तिथि

फरीदाबाद, 26 जून।  श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय बेरोजगार युवाओं के हुनर को तराश कर उन्हें रोजगार की मुख्यधारा में शामिल करेगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत नौ हजार युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के सेक्टर के लिए तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत देश में यह सबसे बड़ा लक्ष्य मिला है।
इसे पूरा करने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज भी अपने-अपने क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के साथ जोड़ कर प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने बताया कि सिलाई -कढ़ाई, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, मीडिया, आईटी, लोजिस्टिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव, एग्रीकल्चर, मैनेजमेंट और हेल्थ केयर के सेक्टर में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि युवाओं के पंजीकरण शुरू कर दिए हैं, जोकि 30 जून तक जारी रहेंगे। उन्होंने बताया कि दुधौला कैंपस और गुरुग्राम स्थित ट्रांजिट कैम्पस में दोनों जगह यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। बेरोजगार युवाओं के लिए यह प्रशिक्षण पूरी तरह से निशुल्क है।
दो लाख से कम आमदन वाले परिवारों से संबंध रखने वाले युवाओं को एक हजार रुपए छात्रवृति के रूप में दिए जाएंगे। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को अलग अलग जॉब रोल के लिए तैयार करना है, ताकि बेरोजगारी खत्म हो और इंडस्ट्री को प्रशिक्षित कामगार मिल सकें। उन्होंने कहा कि इससे स्वरोजगार का मार्ग भी खुलेगा। इससे पलवल जिले के युवाओं को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से कुछ दिनों में ही युवाओं को जॉब रोल के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उनके हाथ में हुनर होगा तो मार्केट में उनकी कदर होगी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत बेरोजगारी को खत्म कर युवाओं को रोजगार के योग्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग के बिजनेस डेवलपमेंट हेड सरोज मिश्रा ने बताया कि इसी कड़ी में 28 जून को दुधौला कैंपस और गुरुग्राम ट्रांजिट कैम्पस में वॉक इन रखा गया है। बेरोजगार युवाओं को पंजीकरण के लिए खुला आमंत्रण दिया गया है। सामन्यता इसके लिए आयु सीमा 15 से 45 वर्ष के बीच रखी गई है। हालांकि कोर्स की आवश्यकता के अनुसार कुछ सेक्टर में आयु सीमा भिन्न हो सकती है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की अतिरिक्त कुल सचिव शिखा गुप्ता ने सभी का आभार ज्ञापित किया। 

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